Monday, August 25, 2008

Geet

गीत
26.4.2008

हॅंसी तुम्‍हारी चंदा जैसी,
चितवन फूल पलाश 1
बातें झरना यथा ओसकण
तारों भरा उजास 11

गुन-गुन भौंरों जैसे गाना,
और शरारत से मुस्‍काना 1
हौले-से, ही हमें चिढ़ाना
वादा कर फिर हाथ न आना 11
चमकाती लेकिन फिर भी हो
एक किरन की आस 11
जो भी दिन है साथ बिताए,
जस फूलों की घाटी में घर
नोंक-झोंक विस्‍मृत-स्‍मृति में,
एक क्षीरमय सुन्‍दर सर
मिलना तुम से तीरथ जैसा,
भूला - बिसरा रास 11



क्षेत्रपाल शर्मा
- डी 7, ई.एस.आई आवासन
ए.एफ ब्‍लाक, साल्‍ट लेक, कोलकाता-700 064